दो पोटेटो चीकू और मिकु एक दिन एक ओनिओन रिमी से मिले। तीनों अच्छे दोस्त बन गए। एक
दिन चीकू और मिकू रिमी को दावत पे बुलाने का सोचा। चीकू ने कहा, " सुन मीकू, आज पोटेटो करी
बनाएंगे।" मीकु ने कहा," अरे हां, रिमी को पोटेटो करी बहुत अच्छी लगती है, और मुझे बहुत अच्छी
पोटेटो करी बनाना आता है।“ जब उन्होंने रिमी से पूछा, रिमी ने आने केलिए हाँ कहा।
चीकू मिकु खुशी खुशी पोटेटो करी बनाने में लग गए। लहसुन, अदरक, हरी मिर्च, टमाटर, मटर सारे
सामान दोनो ने
इकट्ठा किया। और करी बनाने लगे।
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जब पोटेटो करी लगभग बन गया, चीकू ने रिमी को फोन किया। रिमी खुश होकर चीकू मिकू के घर
आने केलिए निकली। सरप्राईज देने केलिए रिमी चुपके से दबे पैर घर के भीतर आ ही रही थी। उसने
सुना, चीकु करी चख के केह रहा है," अरे चीकू, इस करी में कुछ तो कमी है।" मिकु ने कहा, " में
चख कर देखता हूं।" करी चख कर मिकु ने कहा, " इसमें हम ऑनियन डालना तो भूल ही गए। जा
चीकू, एक ऑनियन ले आ।"
ये सुन कर रिमी घबरा गई और डर के मारे कांपने लगी। पोटेटो करी खाने की उसकी इच्छा वहीं मर
गई। उल्टे पैर रिमी वहां से भाग गई। तब से चीकू और
मिकू से रिमी अपनी इच्छा से कभी नहीं मिली।
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